26/11 attack story: साल 2008 की 26 नवंबर ( 26/11 attack) की वो रात किसी के लिए भी भयानक सपने से कम नहीं है। हिंदूस्तान का हर शख्स आज भी उस जख्म को सीने में दबाए बैठा है। उस दिन हजारों लोग एक घटना से प्रभावित हुए थे। उनमें एक थी सिर्फ 9 साल की लड़की। इस हमले में उसने […]
कहानी ‘कुकू राम’ की : 53 की उम्र में बने मिस्टर वर्ल्ड
पटियाला: ऐसा नहीं है कि सफलता किसी को भी एक प्रयास में ही मिल जाती है। कई बार कई प्रयासों में असफलता भी मिलती है, फिर एक प्रयास और होता है, फिर एक और प्रयास होता है फिर असफलता सफलता के रूप में सामने आ जाती है। हालांकि, इस असफलता और सफलता के बीच में जो प्रयास होते हैं, उसमें […]
inspirational: दादी में नौजवानों जैसी फु्र्ती, कोरोना में पति की मृत्यु के बाद बड़े बेटे ने साथ छोड़ा तो करनी लगीं ये काम
ये जिंदगी एक दौड़ है। कोई शोहरत के लिए दौड़ता है तो कोई दौलत के लिए, दौड़ते सब हैं लेकिन सिर्फ अपने-अपने मतलब के लिए। या फिर यूं कहें कि जिंदगी में हर कोई सिर्फ अपने बारे में सोंचता है और अपनी ही जरूरतों को पूरा करने में पूरी जिंदगी उलझा रहता है। ना तो कोई दूसरों की जिंदगी बेहतर […]
द्रोपदी मुर्म : संघर्ष से सफलता तक
(theperfectindia.com) अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने कभी शिक्षक के रूप में बच्चों को पढ़ाया था। एक मां के रूप में दो बेटों को खोने का दर्द और फिर पति की असमय मृत्यु ने एक महिला के रूप में उन्हें सशक्त बनाया। पति और बेटों को खोने के दर्द का दिल में छिपाए रखकर उन्होंने अपनी बेटी की परवरिश […]
‘एलिफैंट डॉक्टर’: हाथियों को बचाने अपनी पूरी जिंदगी लगा दी, तीन दशक से छुट्टी नहीं ली
समाज में कई ऐसे डॉक्टर भी हैं, जिन्होंने इसे पैसे कमाने का जरिया ना बनाते हुए समाज सेवा में लगे हुए हैं। यह डॉक्टर जानवरों से इतना प्यार करते हैं कि अपनी पूरी जिंदगी इनकी सेवा में ही लगा रखी है। परिवार से भी ज्यादा समय इन्होंने जानवरों के साथ बिताया है। हाथी ही इनका पहला परिवार हैं। जी हां, […]
कैंसर को मात दी, गरीबों को खाना खिलाने बैच दी करोड़ों की प्रापर्टी, ऐसी है पद्मश्री लंगर बाबा की कहानी
चंडीगढ़. किसी को एक वक्त का खाना खिलाने की भी कुछ लोग हिम्मत नहीं जुटा पाते। लेकिन चंडीगढ़ में एक शख्स ऐसे हैं, जिन्होंने अपनी पूरी जिंदगी ही दूसरों को खाना खिलाने में निकाल दी। जी हां, हम बात कर रहे हैं सेक्टर-23 चंडीगढ़ में रहने वाले जगदीश लाल आहूजा की। इनकी जिंदगी प्रेरणा देती है कि अगर कुछ नेक […]
कदम का पहला कदमः जब पूरी रात कलारी के सामने अकेली बैठी रही लड़की
देशी-शराब की दुकान के सामने एक लड़की का अकेले रात गुजारना। ऐसे दृश्य आमतौर पर फिल्मों में ही देखने को मिलते हैं। लेकिन सामाजिक संस्था कदम ने अपने पहले कदम की शुरुआत इसी अंदाज में 1999 में की थी। परिणाम स्वरूप इस देशी-शराब की दुकान को बीच शहर से हटा दिया गया। जबलपुर के रांझी में स्थित इस संस्था को […]