ब्रांज मेडलिस्ट की कहानीः कच्चे मकान में रहता है, जिस पर टीन का शेड, अब मां के लिए बनाएंगे आशियाना
भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने टोक्यो ओलंपिक 2021 में कांस्य पदक जीत कर इतिहास रच दिया। भारत ने जर्मनी को तीसरे स्थान के लिए खेले गए मुकाबले में 5-4 से हराकर 41 साल बाद ओलंपिक हॉकी में मेडल जीता। भारत के ब्रॉन्ज मेडल जीतने के बाद मध्यप्रदेश के शहर इटारसी के गांव चंदौन में विवेक के घर ढोल-ढमाके गूंज रहे हैं। टोक्यो ओलंपिक में भारत के ब्रॉन्ज मेडल जीतने के बाद टीम में शामिल होशंगाबाद के हॉकी स्टार विवेक सागर के घर जश्न का माहौल है। जीत के बाद से इटारसी तहसील के गांव चंदौन में विवेक के घर मिठाइयां बांटी जा रही है और बधाइयों का सिलसिला जारी है। वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विवेक को एक करोड़ रुपए दिए जाने का ऐलान किया है।
जीत के बाद विवेक ने अपने परिवार से बात भी की है। विवेक ने घरवालों से कहा कि 41 साल बाद मेडल जीतने वाली टीम के सदस्य होने पर गर्व महसूस हो रहा है। विवेक के पिता रोहित प्रसाद और मां कमलाबाई भी इस उपलब्धि पर गौरवान्वित हैं। रोहित प्रसाद का कहना है कि विवेक ने जाते वक्त कहा था कि मेडल जीत कर लौटूंगा और अब इस बात की खुशी और गर्व है कि मेडल जीतकर लाने वाले टीम में बेटा विवेक भी शामिल है। अब पूरे परिवार को विवेक के लौटने का इंतजार है।
गौरतलब है कि टोक्यो ओलिंपिक में पदक विजेता भारतीय हॉकी के खिलाड़ी विवेक सागर इटारसी तहसील के छोटे से गांव चांदौन के रहने वाले हैं। विवेक ने हॉकी की शुरुआत इटारसी के हॉकी मैदान से की। विवेक की प्रतिभा को देखते हुए महान खिलाड़ी ध्यानचंद के पुत्र अशोक कुमार उन्हें भोपाल ले आये और हॉकी अकादमी में प्रशिक्षित किया।
विवेक हॉकी की ओलिंपिक टीम में चुने जाने से पहले कई बड़ी प्रतियोगिताओं में भारतीय टीम का हिस्सा रह चुके हैं। विवेक सागर इंडियन जूनियर हॉकी टीम की कप्तानी भी कर चुके हैं। भारतीय टीम के मिडफील्डर विवेक सागर प्रसाद को अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआईएच) ने 2019 के लिए वर्ष का सर्वश्रेष्ठ उभरता हुआ खिलाड़ी भी चुना था।
दूसरी ओर मेडल विजेता भारतीय टीम के सदस्यों पर अब इनामों की बौछार होने लगी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विवेक सागर के साथ ही मप्र हॉकी अकादमी में प्रशिक्षण प्राप्त नीलकांता शर्मा को 1-1 करोड़ रुपए दिए जाने का ऐलान किया है।
टीन का कच्चा घर है, मां के लिए बनाएंगे नया मकान
जीत के बाद मीडिया से बातचीत में ब्रांज मेडलिस्ट विवेक ने कहा कि फिलहाल उनका परिवार एक कच्चे मकान में रहता है, जिस पर टीन का शेड है। अब वह अपनी मां के लिए नया घर बनाएंगे। विवेक के एक भाई विघासागर और बहन पूजा भी है।