अलविदा मान कौरः बुजुर्गों के साथ ही युवाओं के लिए भी एक मिसाल बन गईं
सरदारनी मान कौर अब हमारे बीच नहीं रही। लेकिन उनकी जिंदादिली को परफेक्ट इंडिया सलाम करता है। उनके बारे में कहा जाता है कि जिस उम्र में लोग ठीक से चल भी नहीं पाते, उस उम्र में मान कौर ने दौड़ना शुरू किया और बुजुर्गों के साथ ही युवाओं के लिए भी एक मिसाल बन गईं। मान कौर एक भारतीय ट्रैक एंड फील्ड एथलीट थीं। उन्होंने विभिन्न प्रकार के आयोजनों में 100 से अधिक उम्र की श्रेणियों में कई विश्व रिकॉर्ड कामय किए। उन्हें भारत के राष्ट्रपति द्वारा नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
कहती थीं- जहां भी मैं दौड़ सकूं, वो जगह मेरे लिए अच्छी…
सेक्टर 40 में रहने वाली ‘मिरेकल मॉम फ्रॉम चंडीगढ़’ कहती थीं- जहां भी मैं दौड़ सकूं, वो जगह मेरे लिए अच्छी है। डेराबस्सी के आयुर्वेदिक अस्पताल में 105 साल की उम्र में उन्होंने 30 जुलाई को अंतिम सांस ली। बेटे गुरदेव सिंह ने बताया कि उनकी हालत में सुधार हो रहा था। वह खड़ी भी होने लगी थीं, भोजन भी कर रही थीं, लेकिन एकदम ही दूर चली गईं। उनका अंतिम संस्कार चंडीगढ़ में इलेक्ट्रिक तरीके से हुआ ताकि पर्यावरण को नुकसान न हो। मान कौर ने दौड़ के साथ साथ हमेशा कुछ नया करने पर ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने ऑकलैंड में वर्ल्ड मास्टर्स गेम्स के दौरान स्कायवॉक किया था जो 192 मीटर की उंचाई पर था। वे अपने बेटे के साथ वहां गई थी और वहां कदम रखते ही उन्होंने रिकॉर्ड बनाया था। वे ऐसा करने वाली दुनिया की सबसे उम्रदराज इंसान बनीं। वे कहती थीं कि कोई भी जगह जहां मैं दौड़ सकती हूं वो सबसे अच्छी जगह है मेरे लिए।
साल दर साल करियर…
2011 सैकरामेंटो यूएस में वर्ल्ड मास्टर्स गेम्स में 100 और 200 मीटर रेस में 2 गोल्ड जीते और वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़े, एथलीट ऑफ द ईयर बनीं
2012 ताइवान में आयोजित एशियाई मास्टर्स एथलेटिक चैम्पियनशिप में भारत काे रिप्रजेंट किया, 100 मीटर दौड़ में गोल्ड मेडल हासिल किया
2013 कैनेडियन मास्टर्स एथलेटिक चैंपियनशिप में हिस्सा लिया और 5 गोल्ड जीते, 100 मीटर, 200 मीटर इवेंट के साथ साथ कई थ्रो इवेंट जीते
2013 हंट्समैन वर्ल्ड सीनियर गेम्स में भाग लिया और 5 गोल्ड जीते, उन्होंने जेवेलिन थ्रो और शॉट पुट के वर्ल्ड रिकॉर्ड भी देश के नाम किए
2016 में 100 प्लस कैटेगरी में अमेरिका मास्टर्स गेम्स में हिस्सा लिया, यहां उन्होंने देश के लिए रेस और थ्रो में कुल मिलाकर चार गोल्ड हासिल किए
2017 वर्ल्ड मास्टर्स गेम्स में भाग लिया, ये हर 4 साल बाद आयोजित किए जाते हैं, उन्होंने 100 मीटर और जेवेलिन थ्रो का वर्ल्ड रिकॉर्ड भी तोड़ा
2018 स्पेन में हुई डब्ल्यूएमए में हिस्सा लिया, यहां वे दो इवेंट्स खेलीं जिसमें गोल्ड जीते, वे 200 मीटर रेस के साथ साथ जेवेलिन थ्रो में टॉप पर रहीं
2019 पोलैंड में हुई डब्ल्यूएमए में हिस्सा लेकर चार गोल्ड जीते, उन्होंने रेस के साथ साथ थ्रो इवेंट में शीर्ष स्थान हासिल किया
इसलिए मिरेकल माना जाता है…
1916 में जन्म, 2009 में 93 की उम्र में दौड़ना शुरू किया
93 साल की उम्र में दौड़ना शुरू किया और वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए
100+ में कई बार वे दुनिया की एकमात्र एथलीट के रूप में दौड़ीं
हर स्थिति में सुबह उठतीं और 6 बजे अपनी ट्रेनिंग करती थीं
वे प्रैक्टिस के दौरान 10 से 20 किमी तक दौड़ती थीं
स्काय टावर पर वॉक करने वाली दुनिया की सबसे उम्रदराज इंसान